उत्तराखंड के नैनीताल पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहाड़ों के बढ़ते तापमान पर बोला कि वो ‘वाटर रीजुविनेशन बोर्ड’ बनाने जा रहे हैं। इसके अलावा जंगलों में लगी आग पर उन्होंने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए जनसहभागिता जरूरी है। साथ ही विकास और सौन्दर्यकरण कार्यों की समीक्षा और स्थलीय निरीक्षण को पहुंचे सी.एम.ने कहा कि वनाग्नि, पेयजल, विद्युत और मॉनसून की तैयारी देखी जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज दोपहर 2:30 बजे देहरादून से उड़कर नैनीताल पहुंचे। यहां राजभवन में पिछले कुछ दिनों से रह रहा उनका परिवार भी उनसे मिलने नैनीताल क्लब स्थित शैले कॉटेज पहुंचा।
कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एस.एस.पी.प्रह्लाद नारायण मीणा, एस.डी.एम.प्रमोद कुमार मुख्यमंत्री को कैलखान हैलीपैड से नैनीताल क्लब लाए। यहां, के.एम.वी.एन.के एम.डी.और जी.एम., ए.डी.एम. आदि प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। विधायक सरिता आर्या और राम सिंह केड़ा के अलावा राज्यमंत्री प्रभार अनिल कपूर ‘डब्बू’ राज्यमंत्री प्रभार दिनेश आर्या जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट भी मुख्यमंत्री के साथ रहे।
मुख्यमंत्री ने बढ़ते तापमान पर बोलते हुए कहा कि वो वाटर रीजुविनेशन बोर्ड का गठन कर रहे हैं, तांकि सूखते जा रहे धारे, नौले, श्रोत, गाड़ और गधेरों को वापस जिंदा किया जा सके। उन्होंने तापमान के बढ़ने को बढ़ती चुनौती मानते हुए कहा कि हिमालय पिघल रहे हैं, लेकिन इससे जूझने के लिए जनसहभागिता के साथ सरकार को काम करना होगा।
ऊत्तराखण्ड के जलते जंगलों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा की जा रही है। इसमें वन पंचायतों के माध्यम से जनसहभागिता को बढ़ाया जा रहा है, तांकि पहले की तरह आग पर काबू पाया जा सके।
समीक्षा बैठक पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वनाग्नि, पेयजल, विद्युत व्यवस्था और मॉनसून की तैयारी पर अधिकारियों की बैठक ली जा रही है।