हल्द्वानी/ज्योलीकोट। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 जून 2024 को 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 घोषित किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य सहकारी समितियों की भूमिका को वैश्विक स्तर पर उजागर करना, उनके विकास को बढ़ावा देना और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में उनके योगदान को रेखांकित करना है। इसी कड़ी में, नाबार्ड द्वारा एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन बहुउद्देशीय साधन सहकारी समिति, ज्योलिकोट के सदस्यों, किसान उत्पादक संगठन के सदस्य, किसानों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ मंगलवार को दोपहर 12 बजे चोपड़ा में किया गया। इस अवसर पर जिला विकास प्रबंधक मुकेश बेलवाल और एलडीएम अजय वाजपेयी ने सहकारी कार्यक्रमों के महत्व एवं उनके योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में बहुउद्देशीय साधन सहकारी समिति ज्योलिकोट से हयात मेहता, संगीता आर्य, हरगोविंद रावत, शेखर भट्ट, पवन कुमार सहित करीब 50 किसानों और महिलाओं ने भाग लिया। इस बैठक का उद्देश्य समुदाय में जागरूकता फैलाना और सहकारिता के माध्यम से सतत विकास में सहयोग को प्रोत्साहित करना था।
