हल्द्वानी। सिखों के दसवें गुरु साहिब, श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर शुक्रवार को हल्द्वानी में एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। इस आयोजन ने शहर में भक्ति और श्रद्धा का आभामंडल स्थापित कर दिया, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल हुए।
नगर कीर्तन का आरंभ रामलीला ग्राउंड से हुआ और यह नैनीताल रोड, तिकोनिया, वर्कशॉप लाइन, स्टेशन रोड, मीरा मार्ग और रेलवे बाजार सहित प्रमुख मार्गों से गुजरा, और फिर पुनः रामलीला ग्राउंड में समाप्त हुआ। इस दौरान पंच प्यारों ने कीर्तन की अगवानी की, जिसके साथ-साथ श्रद्धालुओं का उत्साह लगातार बढ़ता गया।
इस अवसर पर युवा श्रद्धालुओं ने गतका खेल की एक प्रदर्शनी आयोजित की, जिसमें उनके साहसिक करतब उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गतका, जो सिखों की एक पारंपरिक मार्शल आर्ट है, ने नगर कीर्तन को और भी विशेष बना दिया।
नगर कीर्तन में घोड़े और ऊंट जैसे धार्मिक प्रतीकों ने भी विशेष आकर्षण का केंद्र बनाया। ये जीव धार्मिक झांकियों का हिस्सा थे, जिन्होंने भक्तों के मन में श्रद्धा का संचार किया। आयोजन में सिखों के इतिहास को दर्शाने वाली झांकियों ने इस आयोजन की औकात को और भी बढ़ाया और दर्शकों को सिख धर्म के महान इतिहास से परिचित कराया।
महिला और पुरुष संगत ने कीर्तन के माध्यम से गुरु की महिमा का बखान किया। इस अवसर पर गुरु गोविंद सिंह जी की भव्य झांकी और दो निशान साहिब ने नगर कीर्तन की भव्यता में चार चाँद लगाए। नगाड़ा, बुलेट बाइक सवार सिख नवजवान और महिला जत्था भी श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे।
गुरु ग्रंथ साहिब और गुरु गोविंद सिंह की मूर्ति के साथ शब्दी जत्थे और गुरु तेग बहादुर स्कूल के छात्रों ने बैंड की धुन पर शब्द कीर्तन किया, जिससे नगर कीर्तन में पंजाबी लोक संस्कृति का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला। संगत ने ‘वाह-वाह गोविंद सिंह आपे गुरु चेला!’ जैसे भक्ति शबदों का गायन किया, जिसने पूरे नगर कीर्तन को एक दिव्य रूप प्रदान किया।
नगर कीर्तन का मुख्य आकर्षण फूलों से सजी पालकी रही, जिसमें गुरु गोविंद सिंह जी की पवित्र मूर्ति रखी गई थी, जिसे श्रद्धालुओं ने श्रद्धा से देखा और पूजा की।
इस भव्य आयोजन में जसपाल सिंह, वीरेंद्र सिंह चड्ढा, अमरजीत सिंह, आनंद, रविंदरपाल सिंह, कंवलजीत सिंह, उप्पल वीरे, रमन सिंह, गुरविंदर सिंह, कमलदीप सिंह, अवनीत सिंह और बलजीत सिंह जैसे कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।