हल्द्वानी। विश्व रेड क्रॉस दिवस के उपलक्ष्य में सिंथिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को स्वयंसेवकों की भूमिका निभाते हुए प्राथमिक उपचार, सीपीआर जैसी जीवन रक्षा प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में मानवीय सेवा भावना और आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता करने की जागरूकता बढ़ाना था।

कार्यशाला के मुख्य अतिथि रेड क्रॉस प्रभारी विपिन चंद्र पांडे ने बताया कि हर साल 8 मई को इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट मूवमेंट के सिद्धांतों को याद करना और स्वयंसेवकों के निस्वार्थ प्रयासों को सम्मानित करना है। उन्होंने कहा कि इस दिन का महत्व मानवता, करुणा और सेवा भावना को प्रोत्साहित करना है।

कार्यक्रम में प्रधानाचार्य डॉ. प्रवींद्र कुमार रौतेला ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि विश्व रेड क्रॉस दिवस हमें दूसरों की मदद करने, करुणा दिखाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने उल्लेख किया कि इस दिन का सही उपयोग समाज सेवा में हो सकता है।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसमें रेड क्रॉस प्रभारी विपिन चंद्र पांडे, प्रधानाचार्य डॉ. रौतेला, नीमा पांडे, ऋचा कर्नाटक व बी.सी. सती ने भाग लिया। छात्रों ने वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत कर माहौल को उत्साहपूर्ण बनाया।

कार्यशाला में कक्षा 10 से 12वीं के छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर विपिन चंद्र पांडे ने छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर, फ्रैक्चर व चोट आदि के महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में रेड क्रॉस जैसी संस्थाओं की भूमिका और आवश्यकताओं पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन सात्विक रौतेला और राधिका ठठोला ने किया। इस दौरान प्रदीप मित्रा, रिचा कर्नाटक, बी.सी. सती, हेमा तिवारी, नीमा पांडे, आई.डी. जोशी, प्रकाश शर्मा, एस.एस. कपकोटी, पुष्कर सिंह राजपूत, तुलसी शर्मा, वी.एस. बेजेठा, भूमिका तिवारी, कोमल बिष्ट और त्रिभुवन जोशी सहित अनेक छात्र उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का उद्देश्य मानवता में कार्य थीम पर केंद्रित था, जो 2025 के लिए रेड क्रॉस द्वारा चुना गया है। इस आयोजन ने छात्रों में आपातकालीन सहायता की भावना जागृत कर उन्हें जीवन रक्षा के महत्व से अवगत कराया।