बसुकेदार क्षेत्र में 28 अगस्त को आई प्रलयंकारी आपदा के बाद खोज अभियान तेज; मौसम साफ होने से मिली तेजी
रुद्रप्रयाग/ देहरादून : बसुकेदार क्षेत्र के छेनागाड़ में 28 अगस्त को आई विनाशकारी आपदा के बाद लापता लोगों के शवों की बरामदगी का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को दो शव मिलने के बाद शनिवार को मलबे से पाँच और शव निकाले गए हैं, जिससे आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। हालांकि, अभी भी दो लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश में बचाव दल पूरी मुस्तैदी से जुटा है।
विगत माह रात्रि के समय आई इस भीषण आपदा ने छेनागाड़ कस्बे का लगभग सम्पूर्ण हिस्सा मलबे के ढेर में बदल दिया था। तब से ही लापता हुए नौ लोगों (पाँच स्थानीय और चार नेपाली मूल के) की खोजबीन जारी थी।पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ होने के कारण राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि पिछले दो दिनों में सात शव बरामद किए गए हैं।
उन्होंने कहा, “आपदा के बाद से ही लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा था। मौसम अनुकूल होते ही हमने बड़े बोल्डरों पर ब्लास्टिंग करके खोज कार्य को गति दी। शुक्रवार को दो और शनिवार को पाँच शव बरामद हुए हैं।”
पहचान और पोस्टमार्टम जारी
बरामद किए गए शवों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है। अब तक केवल एक शव की पहचान हो पाई है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा जा रहा है ताकि उनकी शिनाख्त सुनिश्चित की जा सके। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया, “नौ लापता व्यक्तियों में से सात के अवशेष मिल चुके हैं। शेष दो लापता व्यक्तियों की खोज के लिए प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और स्थानीय विभागों की टीमें लगातार डटी हुई हैं।
भौगोलिक परिस्थितियाँ अत्यंत कठिन हैं, लेकिन हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। रजवार ने आपदा में जान गंवाने वाले सभी मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि प्रशासन अंतिम व्यक्ति के अवशेष मिलने तक खोज अभियान जारी रखेगा।
