उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लगातार हो रही लापरवाही से घिरे कुमाऊं विवि की एक बड़ी चूक सामने आई। जिस छात्र को विवि ने सुबह 11 बजे फेल दिखाया था। उसे छह घंटे बाद शाम 4:57 बजे पास कर दिया। ऐसे में छात्र विवि की ओर से दो बार फेल और तीन बार पास किया गया। विवि का यह कारनामा गुरुवार को छात्रों और कॉलेज प्राध्यापकों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
ये है मामलाः गदरपुर के रहने वाले राहुल कुमार ने बताया कि एमबीपीजी कॉलेज में वर्ष 2023- 24 में बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा दी थी। कुविवि की ओर से 24 जून को घोषित परीक्षा परिणाम में उसे समाजशास्त्र विषय में एक पेपर में 4 कुविवि ने बीए तृतीय वर्ष के छात्र को छह में घंटे में किया पास एमबीपीजी कॉलेज के बीए तृतीष वर्ष के छात्र का मामला समाजशास्त्र विषय में छात्र के अंकपत्र में थी गड़बड़ी नंबर और दूसरे पेपर में अनुपस्थित दिखाया गया। छात्र फेल हो गया। छात्र ने इसकी शिकायत कॉलेज प्रशासन से की। आरोप है कि उसे कॉलेज में गलत तरीके से गैरहाजिर दिया गया। इसमें बाद में सुधार किया गया।
“छात्रों के विरोध के बाद रिजल्ट को लगातार SC अपडेट कर रहे हैं। जिस छात्र का मामला है। संभवता उसने उत्तरपुस्तिका में अनुक्रमांक गलत लिखा है। गुरुवार शाम 4.57 बजे अपडेट रिजल्ट में छात्र पास है।”
- डॉ. महेंद्र राणा, परीक्षा नियंत्रक
कॉपियां फिर जांची गई। 12 जुलाई को विवि ने रिजल्ट अपडेट किया। इसमें उसके पहले पेपर में 4 नंबर और दूसरे पेपर में 44 नंबर दिखाए गए इसमें ग्रेस से छात्र पास हो गया। इसके बाद 22 जुलाई को कुविवि ने फिर रिजल्ट अपडेट किया गया।
तृतीय वर्ष के परीक्षाफल में गड़बड़ी और शुक्रवार से प्रस्तावित सुधार परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग को लेकर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। प्राचार्य कक्ष में सुबह 11 बजे से ढाई बजे तक खूब हंगामा हुआ। इस बीच छात्रों और प्राचार्य, शिक्षकों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। छात्रों ने शुक्रवार से सुधार परीक्षा कराए जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दे डाली। छात्रों ने विवि के परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन भेजा है।
छात्रों ने कुमाऊं विवि के परीक्षा नियंत्रक से बात की और रिजल्ट में गड़बड़ी दूर करने की मांग की। परीक्षा नियंत्रक ने उन्हें जांच का आश्वासन दिया। सुबह 11 बजे छात्र नेता यश कुमार, उमाशंकर तिवारी, चिराग संबल छात्रों के साथ प्राचार्य कक्ष में पहुंचे। हुन छात्रों ने प्राचार्य से शुक्रवार से होने वाली सुधार परीक्षा स्थगित करने की मांग की।