सैफ अली सिद्दीकी
हल्द्वानी। हल्द्वानी के वनभूलपुरा में जश्ने ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर लोगों ने जुलूस निकाला। जुलूस ए मोहम्मदी के मुख्य संचालक जमीर अहमद ने बताया कि जुलूस राजकीय बालिका इंटर कॉलेज लाइन नंबर 17 मुजाहिद चौक से शुरू होकर नई बस्ती इंदिरा नगर पूर्वी सड़क इंदिरा नगर पश्चिमी सड़क ताज मस्जिद होते हुए लाइन नंबर 15 लाइन नंबर 12 थाना बनभूलपुरा, चोरगलिया रोड ताज चौराहा लाइन नंबर एक ईदगाह रोड पोस्ट ऑफिस मंगल पड़ाव होते हुए मीरा मार्ग जामा मस्जिद नया बाजार रेलवे बाजार ख्वाजा मस्जिद किदवई नगर चोरगलिया रोड लाइन नंबर 17 राजकी बालिका इंटर कॉलेज पर खत्म हुआ।
जश्ने ईद मिलादुन नबी के मौके पर लोगों ने लंगर और शरबत का आयोजन किया।
कब मनाई जाती है ईद-ए-मिलाद-उन-नबी, यहां जानिए सही तारीख
सामाजिक कार्यकर्ता कमाल खान ने बताया कि इस्लाम धर्म में ईद मिलादुन्नबी का पर्व विशेष महत्व रखता है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार रबीउल अव्वल महीने की 12वीं तारीख पर मिलादुन्नबी के दिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पर ही इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था।
इसलिए इस दिन को इतना खास माना जाता है। इस्लाम धर्म की मान्यताओं के अनुसार, पैगंबर मोहम्मद का जन्म मक्का में हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि अल्लाह ने हजरत मोहम्मद को एक अवतार के रूप में भेजा था, जिसका उद्देश्य समाज में फैले अंधकार और बुराइयों को खत्म करना था। ऐसे में बुराई को खत्म करने के लिए अल्लाह ने मोहम्मद साहब को धरती पर भेजा था। पैगंबर मोहम्मद के वालिद (पिता) अब्दुल्ला बिन अब्दुल मुतलिब थे, और वालिदा (माता) आमेना थीं। उनका जन्म रबीउल अव्वल महीने की 12 तारीख पर मिलादुन्नबी के दिन हुआ था।
ऐसे में इस साल इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, ईद मिलाद उन नबी सोमवार, 16 सितंबर के दिन मनाई जाएगी। हर साल बड़े ही जोरो-शोरों के साथ ईद का जश्न मनाया जाता है। इस खास मौके लोग अपने घरों को सजाते हैं, मस्जिद में सजदा करते हैं।
इस्लाम धर्म के अनुयायी इस खास दिन पर दरगाह जाकर चादर चढ़ाते हैं और हजरत मोहम्मद के संदेश पढ़ते हैं। साथ ही इस दिन को जितना हो सके अल्लाह की इबादत में बिताया जाता है। इसी के साथ ईद के दिन पर जगह-जगह पर कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।