हल्द्वानी। हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मंडी बाईपास के निकट एक जंगल में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के 19 वर्षीय छात्र दिव्यांशु पाण्डे का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। दिव्यांशु, जो कि लालकुआं विधानसभा के हल्दूचौड़ दौलिया का निवासी था, अपने अध्ययन और प्रतिभा के लिए जाना जाता था।
शनिवार शाम, स्थानीय लोगों को जंगल में एक शव दिखाई दिया, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। सूचना पर सीओ सिटी नितिन लोहनी और कोतवाल राजेश यादव ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसी बीच, फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य और सैंपल इकट्ठा किए।
इस दुःखद घटना के बाद दिव्यांशु के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों का कहना है कि दिव्यांशु किसी विवाद में नहीं था और उसकी मौत के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे और पुलिस से निष्पक्ष जांच एवं दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।
क्षेत्रवासियों ने भी इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि लालकुआं और उसके आसपास की क्षेत्रों में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, जिससे लोगों में भय और असुरक्षा की भावना व्याप्त है। यद्यपि यह मामला लालकुआं क्षेत्र से बाहर का है, लेकिन यहां के निवासियों ने इस घटना को लेकर गहरा चिंता प्रकट की है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार से दिव्यांशु के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि इस घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है और पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक सहायता मिली जानी चाहिए।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम के सबूत और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर घटना की सच्चाई सामने लाने की कोशिश की जा रही है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा है कि यह घटना न केवल दिव्यांशु के परिवार के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गहरा आघात है। उन्होंने सरकार से लालकुआं और हल्द्वानी क्षेत्र में अपराध नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है और विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय लागू करने की मांग की है।
दिव्यांशु की संदिग्ध मौत ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और दु:ख का वातावरण पैदा कर दिया है। अब सभी की नजरें पुलिस की जांच की प्रगति और सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हुई हैं। क्षेत्रवासियों को उम्मीद है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।