हल्द्वानी। रविवार को भगत सिंह, सुखदेव, और राजगुरु की शहादत दिवस के अवसर पर परिवर्तनकामी छात्र संगठन के आह्वान पर एक नुक्कड़ सभा आयोजित की गई। इस सभा में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। सभा का संचालन पछास के उमेश ने किया।

सभा में वक्ताओं ने कहा कि ब्रिटिश राज ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को शारीरिक रूप से समाप्त कर दिया, वहीं आजाद भारत की सरकारों ने उनके विचारों की हत्या की है। वक्ताओं ने बताया कि अंग्रेज देश के संसाधनों और मेहनत की लूट से अपना साम्राज्य मजबूत कर रहे थे, साथ ही भारत के रजवाड़ों और पूंजीपतियों को भी लूट का हिस्सा दे रहे थे। आजादी के बाद की सरकारों ने पूंजीपतियों के लिए इसी लूट को जारी रखा है, जो अब और भी निर्मम होती जा रही है।

वक्ताओं ने यह भी कहा कि देश में बढ़ते साम्प्रदायिक तनाव के पीछे राज्यसत्ता का सहारा लिया जा रहा है, जिससे फासीवाद की ओर बढ़ने की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस प्रकार, सरकारों ने लगातार क्रांतिकारियों के विचारों की हत्या की है।

सभा में महेश, उमेश, रजनी, टीकाराम जी ने अपने विचार व्यक्त किए। सभा में चंदन, अनुराग, रुपाली, हेमा सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे। सभा का समापन ‘ऐ भगत सिंह तू जिंदा है’ गीत के साथ किया गया।