उत्तराखंड में मानसून की गतिविधि अब धीमी होती दिखाई दे रही है। बीते दो दिनों से लगातार हो रही बारिश थमती नजर आ रही है, जिससे मैदानी इलाकों में धूप-छांव के बीच गर्मी और उमस का एहसास बढ़ गया है। हालांकि, राज्य के कुछ जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश और आकाशीय बिजली को लेकर अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, देहरादून, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में 06 सितंबर को कहीं-कहीं तेज बारिश, गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। वहीं, अन्य जिलों जैसे हरिद्वार, चम्पावत, पौड़ी और रुद्रप्रयाग में भी मध्यम से तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।
राज्यभर में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा
पिछले एक महीने से राज्य में लगातार वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया था। इस दौरान खासकर पहाड़ी जिलों में भूस्खलन और जलभराव जैसी घटनाएं सामने आईं। अब जबकि मानसून की गति थोड़ी धीमी पड़ी है, राज्य के अधिकतर हिस्सों में येलो अलर्ट जारी किया जा रहा है।
दिनवार मौसम पूर्वानुमान (05 से 11 सितंबर 2025)
तारीख | पूर्वानुमान |
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05 सितंबर | हरिद्वार, उधम सिंह नगर, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, टिहरी और चम्पावत के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना। |
06 सितंबर | सभी जिलों में मध्यम वर्षा के आसार। देहरादून, बागेश्वर और नैनीताल में भारी बारिश का अलर्ट। |
07 सितंबर | अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश संभावित। |
08 सितंबर | पौड़ी, बागेश्वर और नैनीताल में भारी बारिश की चेतावनी, शेष जिलों में सामान्य वर्षा की संभावना। |
09-10 सितंबर | उत्तरकाशी, टिहरी और रुद्रप्रयाग समेत अन्य जिलों में मध्यम बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट। |
11 सितंबर | राज्य के सभी जिलों में छिटपुट बारिश की संभावना। |
मौसम चेतावनी
06 सितंबर: देहरादून, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में भारी वर्षा, बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ तेज बारिश की चेतावनी।
08 सितंबर: पौड़ी, बागेश्वर और नैनीताल में भारी वर्षा का अलर्ट।
09 और 10 सितंबर: उत्तरकाशी, टिहरी और रुद्रप्रयाग में संभावित तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी।
एहतियात बरतें, सतर्क रहें
मौसम विभाग ने विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। भारी वर्षा के कारण भूस्खलन, सड़क बंद होने और नदी-नालों के जलस्तर में अचानक वृद्धि की आशंका बनी हुई है। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे मौसम की ताज़ा जानकारी लेकर ही यात्रा की योजना बनाएं।
भले ही उत्तराखंड में मानसून की तीव्रता कुछ कम हुई हो, लेकिन आने वाले कुछ दिनों में विशेषकर पर्वतीय जिलों में मौसम का मिजाज कभी भी करवट ले सकता है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्कता बरतनी बेहद जरूरी है।