हल्द्वानी: 27 सितंबर को एमबीपीजी डिग्री कॉलेज में आयोजित होने वाले छात्र संघ चुनाव से पहले मंगलवार को कॉलेज परिसर में दो मुख्य छात्र गुटों के बीच जमकर टकराव हुआ। छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को दोनों पक्षों ने अपने-अपने शक्ति प्रदर्शन के दौरान कॉलेज प्रांगण में जुलूस निकाला, जिसके दौरान अचानक विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों गुटों के छात्र भिड़ गए।
इस झड़प में लात-घुसे चले, जिससे कुछ छात्रों को मामूली चोटें आईं। मौके पर मौजूद पुलिस और पीएसी के जवानों ने किसी तरह लाठी फटकार कर दोनों गुटों को अलग किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया। गनीमत रही कि इस टकराव में कोई गंभीर चोटिल नहीं हुआ। हालांकि, इस घटना ने कॉलेज परिसर का माहौल तनावपूर्ण कर दिया है।
बताया जा रहा है कि कॉलेज परिसर और आसपास के क्षेत्र में लगातार लिंगदोह कमेटी के नियमों का उल्लंघन हो रहा है। बावजूद इसके कॉलेज प्रशासन ने इस पर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। एमबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य एनएस बनकोटी ने बताया कि 18 सितंबर से चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और सभी प्रत्याशियों को नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को लिंगदोह कमेटी के नियमों से अवगत कराया गया है, लेकिन कुछ छात्र नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
मंगलवार की घटना की शिकायत दोनों गुटों द्वारा पुलिस और शासन प्रशासन को भी भेजी गई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है और उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
एमबीपीजी कॉलेज कुमाऊं क्षेत्र का सबसे बड़ा डिग्री कॉलेज है, जहां छात्र संघ चुनाव की सरगर्मी और विवाद दोनों हर बार देखने को मिलते हैं। इस बार भी चुनाव के पहले माहौल में जोश के साथ-साथ तनाव भी बढ़ रहा है। प्रशासन और पुलिस के लिए यह चुनौती बनी हुई है कि वे चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराएं।
यह स्थिति छात्रों के बीच बढ़ते विवाद और नियम उल्लंघन की गंभीर समस्या को उजागर करती है, जिसे समय रहते नियंत्रित करना आवश्यक है, ताकि चुनाव और कॉलेज का शैक्षणिक माहौल दोनों प्रभावित न हों।