आज कुमाऊं के पूर्व सैनिकों द्वारा दाऊदकांडी विजय देगांदी दिवस होटल सेकंड होम हल्द्वानी में मनाया गया।
इसमें बटालियन के 79 पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। इस समारोह में 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले कर्नल के.एस मेहता कैप्टन त्रिलोचन जोशी, कैप्टन प्रताप सिंह के अतिरिक्त 4 NCOs शामिल थे ।
कार्यक्रम की शुरुआत शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ-साथ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित करके की गयी।
तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा 1971 के युद्ध की यादें ताजा की गयी. उसके पश्चात सभी पूर्व सैनिकों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम में भाग लिया गया और मनोरंजन हुआ.
समारोह का समापन ग्रुप फोटो और युद्ध घोष के साथ किया गया.
09 दिसम्बर 12 कुमाऊं के इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है. 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान इसी दिन हमारे शूरवीरों ने अपनी बहादुरी, शौर्य और साहस का परिचय देते हुए पूर्वी पाकिस्तान (जो अब बांग्लादेश है) के Daudkandi शहर पर कब्जा किया। Daudkandi पर कब्जा करके ढाका को जाने वाले पूर्वी रास्ते को खोलकर भारतीय विजय ध्वज को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
इस युद्ध में हमारी पलटन ने पाकिस्तानी सेना के 85 जवान मार गिराए और 1312 जवानों को युद्ध बन्दी बनाया. इस महत्वपूर्ण युद्ध में हमारे एक ऑफिसर, एक JCO और 16 जवानों ने देश की गरिमा के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.
इस युद्ध में बटालियन को 2 वीर चक्र, 3 सेना मेडल, एक विशिष्ट सेवा मेडल, 4 Mention in Despatches से अलंकृत किया गया जो हम सभी के लिए गौरव की बात है.
आज तिरपनवे (53) दाउदकंडी विजय दिवस के पावन अवसर पर हम समस्त पदों की ओर से भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिनके पराक्रम व महान बलिदान से पलटन को यह सम्मान प्राप्त हुआ। इस अवसर हम सभी सेवानिवृत वीर सैनिकों, सरदार साहिबानों एवं अधिकारीगणों का भी आभार व्यक्त करेंगे जिनके पूर्व के क्रियाकलापों से युनिट आज इस मुकाम पर पहुंची है.
आइये हम सभी एकजुट होकर यूनिट की खुशहाली और तरक्की के लिये प्रार्थना करें और कामना करें जो हम सभी के लिए गर्व का एहसास कराए.