हल्द्वानी। श्री रामलीला मंचन का आयोजन श्री रामलीला मैदान में किया गया, जिसमें भगवान श्री राम की लीलाओं का अनुपम प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में भगवान श्री राम की सबरी आश्रम में जाने की लीला, पंपापुर में सुग्रीव से मित्रता, बाली-सुग्रीव युद्ध और अंततः बाली का वध तथा लंका दहन के महत्वपूर्ण चरणों का मंचन किया गया।
रात्रि में आयोजित विशेष लीला मंचन में वृंदावन के कलाकारों ने दशरथ मरण, भरत मिलाप, पंचवटी, सूर्पनखा नासिक छेदन, और खरदूषण वध की लीलाओं का अत्यंत भावपूर्ण प्रदर्शन किया। जब श्री राम शबरी की कुटिया पहुंचे, तो शबरी भाव विभोर हो गईं, और उनके नेत्रों से अश्रु की धारा बहने लगी। कहा जाता है कि शबरी ने श्री राम को मीठे बेर चखाकर दिए, जिसे भगवान राम ने प्रेम और भक्ति से ग्रहण किया।
भगवान श्री राम ने शबरी की भक्ति को देखकर उन्हें मोक्ष प्रदान किया।
इस महोत्सव में मुख्य रूप से प्रदीप बिष्ट, अमरनाथ जोशी, सतीश अग्रवाल, प्रदीप कक्कड़, घनश्याम रस्तोगी, प्रेम मदान, उर्वशी रौतेला, पायल अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, विजय भट्ट, प्रताप रैकवाल, एन बी गुणवंत तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस आयोजन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहित करने का कार्य किया।