हल्द्वानी। बागजाला गांव में भूमि मालिकाना हक और नागरिक सुविधाओं की मांग को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। धरने में भारी संख्या में ग्रामीण और किसान भाग ले रहे हैं, जबकि प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर गरीबों की जमीन छीनने और बेदखली की कोशिशें करने का आरोप लगाया है।
धरने को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद सिंह नेगी ने कहा कि, प्रदेश की भाजपा सरकार वन विभाग के माध्यम से लोगों को नोटिस भेजकर उनकी जमीन से बेदखली का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार दशकों से काबिज किसानों को मालिकाना हक देने के बजाय बेघर करने की नीतियों पर काम कर रही है। नेगी ने कहा कि केंद्र में 2020 से ही खेती-किसानी को पूंजीपतियों के हाथों सौंपने की नीतियां बनाई जा रही हैं, जिनसे बड़े कॉरपोरेट घरानों का कब्जा बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान अपनी जमीन को बचाने के लिए संघर्षरत हैं और अखिल भारतीय किसान महासभा पूरे देश में इसी उद्देश्य से आंदोलन चला रही है। उन्होंने जनता से एकता और आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगों को मनवाने की अपील की।
वहीं, भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डा. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों के अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने कहा कि जमीन से बेदखली और विकास के नाम पर गरीबों को उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे लाखों लोगों का घर और जमीन खतरे में है। पाण्डेय ने जनता से इन नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
धरने में बड़ी संख्या में ग्रामीण, किसान और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। धरना कल भी जारी रहेगा। प्रदर्शन में उपस्थित लोगों ने सरकार से अपनी मांगों पर ध्यान देने और जमीन और नागरिक अधिकारों को सुरक्षित करने की मांग की।