देहरादून : अपने 50वें जन्मदिवस के अवसर पर जहां आमतौर पर लोग जश्न मनाते हैं, वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दिन को प्रदेशवासियों की सेवा और आपदा राहत कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। मंगलवार सुबह से ही मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर हालात की गंभीरता को समझने और राहत-बचाव कार्यों की दिशा तय करने में जुटे रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून जनपद के मालदेवता और केसरवाला क्षेत्रों का दौरा किया, जो हालिया अतिवृष्टि से सर्वाधिक प्रभावित रहे हैं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रभावित नागरिकों को हरसंभव सहायता और पुनर्वास का भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार इस कठिन समय में हर कदम पर उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में सड़कों, पुलों व सार्वजनिक संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे आमजन का जनजीवन प्रभावित हुआ है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि अवरुद्ध मार्गों को शीघ्र खोलने, और प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल व बिजली की आपूर्ति तत्काल बहाल करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश में राज्य आपदा परिचालन केंद्र से लेकर जिला स्तर तक प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जा रही है, और सभी जिलाधिकारी स्थिति की निरंतर निगरानी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी नियमित रूप से जिलाधिकारियों से संपर्क में हैं। और उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रभावित नागरिकों की समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
आपदा की इस घड़ी में मुख्यमंत्री का यह सक्रिय और संवेदनशील नेतृत्व न केवल एक मजबूत प्रशासनिक व्यवस्था की झलक देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनसेवा ही उनके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। चाहे वह दिन उनका जन्मदिवस ही क्यों न हो।