हल्द्वानी। चुनाखान तराई पश्चिम वन प्रभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला का आयोजन चुनाखान इकोटूरिज्म सेंटर में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य वन अग्नि प्रबंधन तथा वन विभाग और एनडीआरएफ के बीच समन्वय को मजबूत करना था।
कार्यशाला में वन विभाग के अधिकारियों ने एनडीआरएफ टीम के साथ आग बुझाने की प्रक्रियाओं और अपने अनुभवों को साझा किया, साथ ही वन अग्नि प्रबंधन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व असिस्टेंट कमांडेंट श्री सुनील कुमार ने किया, जिन्होंने एनडीआरएफ के कार्यों, संरचना और आपदा प्रबंधन के प्रति उनके दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला के दौरान, एनडीआरएफ टीम ने चुनाखान परिसर में स्थित मॉडल क्रू स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान रेंज ऑफिसर ने वहाँ उपलब्ध विभिन्न उपकरणों के उपयोग और प्रभावकारिता के बारे में बताया।
इसके बाद, चुनाखान कम्पार्टमेंट नंबर 1 में आग बुझाने की संचालन प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया, जिसमें फील्ड स्टाफ द्वारा विभिन्न उपकरणों का उपयोग दर्शाया गया।
कार्यशाला का समापन एनडीआरएफ एवं वन विभाग के अधिकारियों द्वारा अनुभव साझा करने और आग बुझाने में सहायक जीवन रक्षक तकनीकों के प्रदर्शन के साथ हुआ।
यह संयुक्त प्रयास वन अग्नि की चुनौतियों से निपटने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है, और इसे आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।