हल्द्वानी। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल के तत्वावधान में एक भव्य शस्त्र पूजन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों धर्मयोद्धाओं और संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया। यह शस्त्र पूजन भारतीय संस्कृति की एक अनूठी और प्राचीन परंपरा है, जिसमें धर्म की रक्षा और आत्मरक्षा के प्रतीक के रूप में हथियारों की पूजा की जाती है।
कार्यक्रम के दौरान उत्साह और उमंग का वातावरण बना रहा, और यह सनातन धर्म के प्रति आस्था को पुनः सुदृढ़ करने का अवसर प्रदान किया। जिला महामंत्री करन सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “शस्त्र पूजन केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि यह हमारे धर्म के प्रति समर्पण, आत्मरक्षा का संकल्प और राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।” उन्होंने यह भी कहा कि इस पूजन के माध्यम से एक संदेश दिया गया है कि हम सनातन धर्म की रक्षा के लिए सदैव तैयार हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित क्षेत्रीय संगठन मंत्री सुभाष जोशी ने भी शस्त्र पूजन के महत्व पर प्रकाश डाला और सनातन संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर सभी धर्मयोद्धाओं ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए ‘जय श्रीराम’ के जयघोष के साथ संगठन की एकता और शक्ति को दर्शाया।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल द्वारा आयोजित इस समारोह ने क्षेत्र में एक नया जोश और उमंग भर दिया है। कार्यक्रम के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि सनातन धर्म की परंपराएं और संस्कृति हमारे जीवन का आधार हैं, और इनकी रक्षा के लिए हर धर्मयोद्धा अपने संकल्प को दोहराता है।