चैन लिंक घेरबाड़ योजना से बंजर पड़े खेत हो रहे आबाद

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नैनीताल। कृषि विभाग की पहल से ग्रामीणों में लौटी आशा

नैनीताल। फसलों को आवारा और जंगली जानवरों से बचाने के लिए नैनीताल के कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही चैन लिंक घेरबाड़ योजना ने जगह-जगह positive बदलाव लाना शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत गांवों में खेतों को सुरक्षित किया जा रहा है, जिससे किसान अब जंगली जानवरों के हमलों से राहत पाते हुए बेहतर उत्पादन कर सक रहे हैं।

भद्यूनी गांव की निवासी आनंदी देवी ने बताया कि गांव की मिट्टी अत्यंत उपजाऊ है, लेकिन जंगली जानवरों के आतंक के कारण फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ता था। जिससे किसानों का मनोबल भी गिरने लगा था। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इसके बाद अधिकारियों ने गांव में सर्वे कर चैन लिंक घेरबाड़ योजना का कार्य प्रारंभ किया।

अब, चैन लिंक घेरबाड़ योजना के तहत स्थापित तारबाड़ की मदद से जंगली जानवरों का खतरा समाप्त हो गया है और बंजर पड़े खेतों में पुनः फसल उगाई जा रही है। इससे स्थानीय कृषि गतिविधियों में भी सुधार हो रहा है और किसानों को बेहतर आय प्राप्त हो रही है।

इस योजना के अंतर्गत भद्यूनी गांव में 3.22 लाख रूपये की लागत से 5 हैक्टेयर भूमि का उपचार किया गया है, जिसमें लगभग 35 लाभार्थी परिवार शामिल हैं। कृषि विभाग की इस पहल ने ग्रामीणों के जीवन में एक नया उत्साह एवं आशा की किरण जगाई है।

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