उत्तराखंड के चमोली में बीते दिनों जली हुई कार में महिला की झुलसी हुई लाश और लापता युवक के शव मिलने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दिया है। पुलिस ने दावा किया है की दोनों ही मृतक आपस में भाई-बहन है।
चमोली के तपोवन-सुभाई मोटर मार्ग पर जिस जली कार में महिला का शव मिला था उसके लापता भाई का शव घटनास्थल से कुछ दूरी पर खाई में पड़ा मिला। उसके हाथ भी कुछ जले हुए थे। युवक ने महिला को जलाने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली ऐसा पुलिस कह रही है। उन्होंने ऐसा कदम आर्थिक तंगी के कारण उठाया। बृहस्पतिवार को आईटीबीपी की डॉग स्वाइट टीम के साथ ही पुलिस टीमों ने शव को खाई से बरामद किया। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा।
छह अप्रैल को तपोवन-सुभाई सड़क पर भविष्य बदरी के पास चाचड़ी गांव के नजदीक एक जली कार में महिला का शव बरामद हुआ था। महिला की पहचान श्वेता पदमा सेनापति के रूप में हुई। वह अपने भाई सुनील सेनापति के साथ ढाक में रह रही थी। पांच अप्रैल की शाम को वह भविष्य बदरी मंदिर गए और लौटते समय आखिरी बार उन्हें घटनास्थल पर देखा गया। घटना के बाद से सुनील सेनापति लापता चल रहा था, उसकी तलाश के लिए पुलिस की एक टीम उनके गृह क्षेत्र बंगलूरू भी गई।
गहरी खाई में एक लाल स्वेटर दिखा
बृहस्पतिवार को आईटीबीपी, पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ व डॉग स्क्वाड को संयुक्त अभियान के दौरान घटनास्थल से करीब 400 मीटर गहरी खाई में एक लाल स्वेटर दिखा। टीम चट्टानी रास्ते से रस्सियों के सहारे खाई में उतरी तो झाड़ियों में सुनील सेनापति का शव मिला। जांच में पता चला है कि उन्होंने होम स्टे का दो माह से किराया भी नहीं दिया था। दुकानों पर भी उनकी उधारी थी। लोगों से भी उन्होंने पैसे उधार लिए थे। आर्थिक तंगी के कारण श्वेता ने अपनी पायल और मोबाइल भी बेचा था।
16 साल से रिश्तेदारों से नहीं था संपर्क
बंगलूरू गई पुलिस टीम को जांच में पता चला कि दोनों भाई-बहन आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। माता-पिता के बाद भाई की कोविड के दौरान मौत हो गई। करीब 16 साल से उनका रिश्तेदारों से संपर्क नहीं था। उनके पास दो प्लाट और एक मकान था जिसे वे पहले ही बेच चुके थे।
पुलिस जांच में सुनील और श्वेता भाई बहन निकले लेकिन भविष्य बदरी क्षेत्र में उन्होंने लोगों को पति-पत्नी बताया था। उन्होंने होम स्टे में एक ही कमरा लिया था। पुलिस जांच में कई चौकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं। पता चला है कि श्वेता ने अपने किसी परिचित से 14 हजार रुपये उधार मांगे थे। हालांकि उसे पैसे नहीं मिल पाए। पुलिस ने अस्पताल से लेकर मेडिकल स्टोर में भी जांच की, लेकिन वहां भी उनकी किसी गतिविधि का पता नहीं चल पाया। आत्महत्या के पीछे पुलिस उनके बीच रिश्ते को लेकर भी जांच कर रही है।
सुनील सेनापति का शव खाई में मिला है, मुंह से झाग निकाला था और हाथ भी हल्के जले हैं। प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम, एफएसएल रिपोर्ट और सुनील की बिसरा रिपोर्ट के बाद स्थिति साफ हो पाएगी। मामले की हर एंगल पर जांच की जा रही है। दोनों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। क्षेत्र में भी उनका काफी उधार हो गया था।
