9 नवंबर को उत्तराखंड के 25वें स्थापना दिवस को सारथी फाउंडेशन समिति ने माँ जगदम्बा बैंक्विट हाल में बड़े धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर उत्तराखंड के रजत जयंती समारोह में संस्था द्वारा प्रमुख राज्य आंदोलनकारियों में हुकुम सिंह कुंवर, बृजमोहन सिजवाली, कैलास पाठक, पंकज सुयाल, मोहन पाठक और मोहन चंद्र तिवारी को बैच, पटका, शॉल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
समारोह की शुरूआत संस्था के अध्यक्ष नवीन पंत ने सभी को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि संस्था हर वर्ष आंदोलनकारियों को इस दिन सम्मानित करती आ रही है और सभी शहीदों को नमन करते हुए आए हुए अतिथियों का स्वागत किया।
अपने संबोधन में प्रमुख आंदोलनकारी हुकुम सिंह कुंवर ने 25 वर्षों में राज्य में असमान विकास पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पहाड़ी राज्य के अवधारणा पर बना है, लेकिन सही नेतृत्व के अभाव में केवल शहरों का विकास हुआ है, जबकि पहाड़ों की स्थिति हर क्षेत्र में दयनीय बनी हुई है।
आंदोलनकारी कैलास पाठक ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के कारण हमारे गांव खाली हो गए हैं, जिन पर सभी को एकमत होकर विचार करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पहले पहाड़ के लोगों की सीधापन के कारण दिल्ली में उन्हें ‘भन मजुआ’ कहा जाता था, लेकिन राज्य आंदोलन के दौरान दिल्ली रैली में पहाड़ी लोगों ने एक सुर में ‘पहाड़ी हल्ला बोल’ का नारा देकर अपनी अलग पहचान बनाई।
राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक ने कहा कि जिस सपने के साथ उत्तराखंड का निर्माण हुआ था, उसे पूरा करना उनका लक्ष्य है और वे लगातार इस दिशा में प्रयत्नशील हैं।
संस्था के सचिव ज्ञानेद्र जोशी ने बताया कि राज्य अपने मूलधारणा से हट गया है और हमें अपनी संस्कृति, धरोहर और संस्कारों को बचाना होगा ताकि भावी पीढ़ी इसे सहेज सके।
सारथी फाउंडेशन समिति ने बच्चों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया, जिसमें निर्णायक मंडल में कोऑर्डिनेटर दीक्षा पंत पांडे और संस्था की सदस्य कौशल्या जोशी शामिल थीं। प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी दी गई, जबकि सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। इस आयोजन में प्राइमरी स्कूल सुभाष नगर, प्राइमरी स्कूल बमोरी मल्ली, जूनियर हाई स्कूल हरीपुर गांगु और मल्ली बमोरी जूनियर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और संक्षिप्त सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
सारथी फाउंडेशन समिति ने सभी आए हुए आंदोलनकारियों को बैच, पटका, फूल माला पहनाकर, प्रतीक चिन्ह देकर और मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया और उनके साथ विचार गोष्ठी आयोजित की।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक मंजू सनवाल द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे: अध्यक्ष नवीन पंत, ज्ञानेद्र जोशी, कमल जोशी, आर पी पांडे, दीक्षा पंत पांडे, हेमा जोशी, गीता बेलवाल, भावना जोशी, पूजा पंत, शीला भट्ट, बीना जोशी, कौशल्या जोशी, बबिता टकवाल, भावना पांडे, तारा बिष्ट, चम्पा पुरोहित, फरहा तस्लीम, डाक्टर दीप्ती जोशी, जयप्रकाश शाह, हरीश जोशी, संतोष गौड़, अजय जोशी, अर्जुन मोर्या, आशीष पड़ियार, भवानी शंकर सूठा, मनोज बोरा, युगल मेलकनी आदि।