हल्द्वानी। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में बैंकेट हॉल और शादी समारोहों के आयोजन को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता एसपी सिटी हल्द्वानी श्री प्रकाश चंद्र और सिटी मैजिस्ट्रेट हल्द्वानी श्री ए.पी. बाजपेई ने की। बैठक में हल्द्वानी के बैंकेट हॉल, टेंट हाउस, डीजे और बैंड संचालकों को शहर में आयोजित होने वाले शादी समारोहों के दौरान सख्त दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए…
साउंड ट्राली पर प्रतिबंध – किसी भी प्रकार की साउंड ट्राली का उपयोग पूरी तरह से निषेध रहेगा।
यातायात व्यवस्था – सड़क पर किसी भी प्रकार का यातायात अवरोध नहीं होने दिया जाएगा, जिससे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से बचा जा सके।
वाहन पार्किंग व्यवस्था – बैंकेट हॉल संचालकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि शादी समारोह में भाग लेने वाले मेहमानों के वाहनों को उचित पार्किंग स्थल पर खड़ा किया जाए। सड़क पर अव्यवस्थित पार्किंग की अनुमति नहीं होगी।
तिथिवार सूचना – सभी बैंकेट हॉल संचालकों को निर्देश दिया गया कि वे अपने हॉल में होने वाले शादी समारोह की तिथिवार जानकारी नजदीकी पुलिस थाने में अवश्य दें।
रात्रि 10 बजे के बाद डीजे पर प्रतिबंध – शादी समारोह के दौरान रात्रि 10 बजे के बाद डीजे को बंद कर दिया जाएगा और 70 डेसिबल से अधिक शोर करने वाले किसी भी वाध्य यंत्र के प्रयोग पर प्रतिबंध रहेगा।
सीसीटीवी और सुरक्षा व्यवस्था – बैंकेट हॉल और टेंट हाउस संचालकों को अपने स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए, ताकि सुरक्षा में कोई कमी न रहे।
रिबन कटने के समय व्यवस्था – शादी समारोह में रिबन काटने के दौरान भारी भीड़ जमा हो जाती है, जिससे सड़क पर जाम लग सकता है। इसलिये, रिबन काटने की प्रक्रिया को सड़क से कम से कम 20-30 मीटर अंदर आयोजित किया जाएगा।
बैठक में सीओ हल्द्वानी श्री नितिन लोहनी, प्रभारी निरीक्षक हल्द्वानी श्री राजेश कुमार यादव, थानाध्यक्ष बनभूलपुरा श्री नीरज भाकुनी, थानाध्यक्ष मुखानी श्री विजय मेहता, थानाध्यक्ष काठगोदाम श्री दीपक बिष्ट, और हल्द्वानी के व्यापार मंडल के प्रतिनिधि सहित कई अन्य अधिकारी और बैंकेट हॉल संचालक मौजूद थे।
यह बैठक बैंकेट हॉल संचालकों और प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने, और शहर में आयोजित होने वाले शादी समारोहों के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। अधिकारियों ने बैठक में स्पष्ट किया कि इन दिशा-निर्देशों का पालन सख्ती से किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या सुरक्षा संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।