उत्तराखंड : जनपद नैनीताल के विकासखण्ड भीमताल के समीप हैडियागाँव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा गठित आस्था स्वयं सहायता समूह की सदस्य दीपा देवी ने स्वरोजगार के माध्यम से अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया है। दीपा देवी के पति, भुवन चंद्र, मजदूरी और हस्तशिल्प का कार्य करते थे।
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप) के सहयोग से दीपा देवी ने अपने पति से हस्तशिल्प का कार्य सीखा और इसे अपने परिवार की आजीविका का मुख्य स्रोत बना लिया। ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना ने जनपद नैनीताल के अतिनिर्धन परिवारों का सर्वेक्षण कर उन्हें अल्ट्रापुअर गतिविधि के अंतर्गत रु. 35000 की ब्याज रहित धनराशि प्रदान की, ताकि वे अपनी आजीविका में वृद्धि कर उद्यम स्थापित कर सकें।
दीपा देवी बताती हैं, ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना से सहयोग प्राप्त कर मैं प्रतिदिन रिंगाल की टोकरी व डलिया आदि तैयार करती हूँ और प्रतिमाह 5000-7000 रुपये की आय कर अपने परिवार की आजीविका को बेहतर बना रही हूँ।
मुख्य विकास अधिकारी, नैनीताल के मार्गदर्शन में रीप परियोजना के तहत 474 अतिनिर्धन परिवार स्थानीय स्तर पर छोटे उद्यमों का संचालन कर आय अर्जित कर रहे हैं।
दीपा देवी का यह प्रयास न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए प्रेरणास्त्रोत है। इस प्रकार, दीपा देवी और उनके जैसे कई अन्य परिवार, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते हुए, अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने में सफल हो रहे हैं।
रीप नैनीताल के जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा जानकारी दी गयी कि रीप का मुख्य उदेश्य ग्रामीण परिवारों की आय दोगुना करना एवं पलायन को रोकना है। परियोजनान्तर्गत जनपद के सभी 479 ग्राम पंचायतों को आच्छादित किया गया है एवं SHG एवं CLF (क्लस्टर स्तरीय संगठनों) के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में उद्यम स्थापना का कार्य चाल रहा है।