कोटाबाग में भाजपा नेता के बेटे की संदिग्ध मौत से तनाव,धरने पर बैठे विधायक..

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नैनीताल : कालाढूंगी थाना क्षेत्र की कोटाबाग चौकी में एक विवादित घटनाक्रम ने पूरे इलाके को हिला दिया है। भाजपा कार्यकर्ता बिशन के पुत्र कमल (22) की संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या के बाद से कोटाबाग ग्रामीण क्षेत्र में तनाव और आक्रोश का माहौल है। इस मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है।

मामले की शुरुआत शुक्रवार शाम हुई, जब चौकी कोटाबाग में ड्यूटी पर मौजूद एक सिपाही द्वारा कमल को कथित तौर पर थप्पड़ मारा गया। बताया जा रहा है कि इसके बाद मानसिक रूप से व्यथित कमल ने घर लौटकर जहर खा लिया। गंभीर हालत में उसे हल्द्वानी लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

कमल की मौत की खबर फैलते ही परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों में रोष फैल गया। शनिवार सुबह सैकड़ों लोग कोटाबाग चौकी के बाहर जुटे और जमकर नारेबाजी करते हुए चौकी का घेराव किया।

प्रदर्शनकारियों ने “न्याय दो, उत्पीड़न बंद करो” और “थाने से इंसाफ चाहिए” जैसे नारे लगाए। परिजनों का आरोप है कि कमल को बिना किसी कानूनी औपचारिकता के मारा-पीटा गया, जिसके चलते वह अवसाद में चला गया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि, मारपीट चौकी के सामने हुई थी। जिसका वीडियो चौकी में लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। जिसे पुलिस ने रातों-रात कैमरे हटाकर सबूत मिटाने के प्रयास का आरोप भी ग्रामीणों ने लगाया है।

कालाढूंगीविधायक बंशीधर भगत भी मौके पर पहुंचे और धरना स्थल पर स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि एसएसपी मौके पर नहीं पहुंचे और पूरी चौकी को निलंबित कर 5 लाख रुपये मुआवजा नहीं दिलाया गया, तो आंदोलन और उग्र होगा। उन्होंने उच्च अधिकारियों से फोरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट की मांग भी की है।

कमल का शव मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस प्रशासन ने हालात को देखते हुए क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। विपक्षी दलों ने इस घटना को “पुलिस की बर्बरता” बताते हुए सरकार की जवाबदेही तय करने की मांग की है।

फिलहाल, जांच के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन कोटाबाग में स्थिति तनावपूर्ण है।

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