उत्तराखंड के 14 सितंबर तक बरसेंगे मेघ,जानिए अपने जिले का हाल..

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उत्तराखंड के इन जिलों में 14 सितंबर तक अलर्ट,जानिए अपने जिले का हाल..

उत्तराखंड में मानसून की रफ्तार में कमी आयी है। लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाली 14 सितंबर तक पर्वतीय जिलों में अगले कुछ दिनों तक तेज दौर की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में कहीं-कहीं पर भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना बनी हुई है।

मौसम विभाग के अनुसार,13 सितंबर तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का दौर जारी रह सकता है। रविवार को राजधानी देहरादून समेत कई इलाकों में सुबह मौसम साफ रहा और चटख धूप खिली, जिससे दिन में गर्मी का एहसास हुआ। अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक, यानी 32.9 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहने की संभावना है।

आगामी दिनों के मौसम पूर्वानुमान

08 से 14 सितंबर तक प्रदेश के सभी जनपदों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
खासकर 12, 13 और 14 सितंबर को बारिश अपेक्षाकृत अधिक व्यापक हो सकती है।

बारिश का असर: 233 सड़कें बंद

लगातार हो रही बारिश से राज्यभर में यातायात भी प्रभावित हुआ है।प्रदेश में कुल 233 सड़कें मलबा और भूस्खलन के कारण बंद पड़ी हैं, जिनमें:

  • 2 राष्ट्रीय राजमार्ग
  • 11 राज्य मार्ग
  • 7 मुख्य जिला मार्ग
  • 2 अन्य जिला मार्ग
  • 77 ग्रामीण मार्ग शामिल हैं।

उत्तरकाशी में सर्वाधिक 44 सड़कें बंद हैं, इसके अलावा

  • चमोली में 42
  • रुद्रप्रयाग में 28
  • पिथौरागढ़ में 25
  • पौड़ी में 22
  • अल्मोड़ा में 21
  • टिहरी में 19
  • देहरादून में 12
  • हरिद्वार में 4
  • बागेश्वर में 5
  • नैनीताल में 6
  • ऊधमसिंह नगर में 5 सड़कें बंद हैं।

लोक निर्माण विभाग (PWD)के प्रमुख अभियंता राजेश शर्मा के अनुसार, बंद सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है, हालांकि अभी इन मार्गों के खुलने का सटीक समय निर्धारित नहीं किया जा सका है।

प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर पर्वतीय और भूस्खलन संभावित इलाकों में। साथ ही, मौसम संबंधी ताजा जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की एडवाइजरी का पालन करें।

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