हल्द्वानी। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कैंप कार्यालय में गौला और नंधौर नदियों में हुए नुकसान की रोकथाम के लिए गठित समन्वय समिति के साथ बैठक की। इस समिति का उद्देश्य इन नदियों में दीर्घकालिक कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करना है।
डीएम ने बताया कि विभिन्न विभागों द्वारा अपनी क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के लिए सुरक्षात्मक प्रस्ताव तैयार करने से समन्वित सुरक्षा उपायों में कमी आ रही है। इसलिए सभी विभागों की संयुक्त समन्वय समिति का गठन किया गया है, ताकि विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर सकें।

समिति ड्रोन सर्वे और अन्य तकनीकी माध्यमों से नुकसान का आकलन कर रही है, जिससे दीर्घकालिक समाधान निकाले जा सकें। एसडीएम हल्द्वानी ने मलबे की निकासी की आवश्यकता पर जोर देते हुए बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है।
डीएम ने वन निगम को निर्देश दिए कि खनन के लिए निर्धारित टारगेट का पुनः आकलन किया जाए और नंदौर तथा गौला नदियों में खनन के लिए वाहनों की संख्या बढ़ाने की अनुमति भी ली जाए।
समिति अब मलबे की निकासी और चैनेलनाइजेशन कार्य के प्रस्ताव तैयार करेगी और कार्यों का निरंतर मॉनिटरिंग करेगी। अगले सप्ताह के भीतर समिति सर्वे कार्य पूरा कर विशेषज्ञ एजेंसियों के माध्यम से सुझाव लेकर एक फाइनल रिपोर्ट पेश करेगी।
समिति के संयोजक एसडीएम हल्द्वानी को निर्देश दिए गए कि वे हर सप्ताह कार्यों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। बैठक में डीएफओ कुंदन शाह, हिमांशु बागड़ी, ईई लोनिवि अशोक चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
