उत्तराखंड भाजपा को एक बार फिर से अपना प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है, और इस बार भी यह जिम्मेदारी महेंद्र भट्ट को सौंपी गई है। यह पहली बार है जब कोई नेता लगातार दूसरी बार उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद पर आसीन हुआ है। जिसे केंद्रीय राज्यमंत्री और भाजपा के संगठनात्मक चुनाव प्रभारी हर्ष मल्होत्रा ने सार्वजनिक किया।
निर्विरोध हुआ चयन
भाजपा के संगठन चुनाव की प्रक्रिया के अंतर्गत अध्यक्ष पद के लिए केवल महेंद्र भट्ट का ही नामांकन हुआ। उनके अलावा किसी अन्य नेता ने इस पद के लिए दावा नहीं ठोका, जिससे उनका निर्विरोध चुनाव तय हो गया। नामांकन पत्रों की जांच के बाद निर्वाचन अधिकारी ने महेंद्र भट्ट के नाम की पुष्टि कर दी। उनकी ताजपोशी पर पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने हर्ष व्यक्त किया और ताली बजाकर स्वागत किया।
महेंद्र भट्ट के नाम पर केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व दोनों की ओर से सहमति पहले से ही बन चुकी थी। भाजपा नेतृत्व ने संगठनात्मक संतुलन, अनुभव, कार्यकर्ताओं के बीच पकड़ और पार्टी की मजबूती के लिहाज़ से एक बार फिर भट्ट को ही मौका देने का निर्णय लिया। इस दौरान पार्टी के अंदर किसी भी तरह की असहमति नहीं दिखी, जिससे यह संदेश गया कि पार्टी पूरी तरह एकजुट है।
राष्ट्रीय परिषद के लिए ये नेता चुने गए
राष्ट्रीय परिषद सदस्य के लिए कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, अजय भट्ट, माला राज्य लक्ष्मी शाह व कल्पना सैनी ने नामांकन किया था। इन सभी नेताओं का राष्ट्रीय परिषद के लिए चुना गया।
महेंद्र भट्ट के अध्यक्ष बनने के बाद हमें सभी चुनाव में विजय मिली। संगठन का विस्तार हुआ। सामान्य कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक की यात्रा में उनका लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है। उन्होंने सबको साथ लेकर संगठन को गति देने में बड़ा योगदान दिया है। सभी वरिष्ठ नेताओं ने आज उनके नामांकन का प्रस्ताव किया था। लगातार दूसरी बार वह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने गए हैं। – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री