रिपोर्टर – सैफअली सिद्दीकी
हल्द्वानी। “Down to earth(जमीन से जुड़े रहना) और लक्ष्य के प्रति किसी भी तरह के त्याग के लिए हमेशा तैयार रहना।” यह कहना है मूल रूप से रुद्रप्रयाग अगस्तमनी के रहने वाले राजेंद्र का जिन्होंने असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा में उत्तराखंड प्रदेश टॉप किया है। जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से सफलता पाई है और लोक सेवा आयोग देहरादून की असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास कर चयनित हुए हैं।
राजेंद्र मूल रूप से रुद्रप्रयाग अगस्तमनी् के रहने वाले हैं। वह यहां हल्द्वानी में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। राजेंद्र ने वर्ष 2007 में सेनजॉन स्कूल हरियाणा बोर्ड और इंटरमीडिएट वर्ष 2011 में जीआईसी मणिगु रुद्रप्रयाग से किया। उन्होंने बीए 2014 और एमए वर्ष 2016 में एचएनबी यूनिवर्सिटी से किया। फिर उन्होंने यूसेट नवंबर 2017 और नेट की परीक्षा अक्टूबर 2017 में पास की। राजेंद्र ने बताया कि नेट जेआरएफ की परीक्षा उन्होंने दिसंबर 2019 में पास की।
फिर उन्होंने बताया कि वह प्रो. कैलाश चंद्र कालोनी के सानिध्य में कुमाऊं यूनिवर्सिटी से राजनिति विज्ञान में पीएचडी कर रहे हैं। राजेंद्र के शोध का विषय “भारतीय संविधान की प्रस्तावना में घोषित लक्ष्यों के समक्ष चुनौतियां सामाजिक एवं आर्थिक न्याय के विशेष संदर्भ में” है।
राजेंद्र का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा में हुआ है। उन्होंने इस कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता, डॉ कैलाश चंद्र कॉलोनी, प्रकाश जगोटा, डॉ महेश जगोटा, सूरज कुमार, प्रमोद चन्याल और गुरुजनों को दिया है।