हल्द्वानी – बिठौरिया नम्बर-1 में जलभराव से प्रभावित दर्जनों काॅलौनी के लोगों की रविवार को दमुआढूंगा स्थित बन चौकी के परिसर में खुली सभा हुुई । सभा में बरसाती पानी से काॅलौनियों मे हो रही तबाही को रोकने की दिशा में प्रशासन के उपेक्षापूर्ण रवैये के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित हुआ ।
सभा में दो टूक निर्णय लिया गया कि यहां से काॅलौनियों में घुस रहे बरसाती पानी की तत्काल अन्यत्र निकासी नहीं की गई तो 15 जुलाई से इसी स्थल पर अनशन एवं धरना-प्रदर्शन किया जायेगा । इस अवसर पर जमकर हुुई नारेबाजी के बीच तय हुआ कि सभा में पारित प्रस्ताव से सोमवार की सुबह जिलाधिकारी को सूचित किया जायेगा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत देवकीबिहार विकास समिति के महासचिव रिटायर्ड असिस्टेंट आडिट आफिसर रमेश चन्द्र पाण्डे के नेतृत्व में जल भराव से प्रभावित जीवन्ती बिहार, रुप वैशाली, वीरुपारु, कुशल काॅलौनी,चन्दन बिहार, हिमाद्री एवेन्यू , तिवारी काॅलौनी, देवकीबिहार, ठाकुर बिहार, ओम बिहार, कालिका कालौनी, सर्वोदय काॅलौनी , गौतम काॅलौनी, इन्द्र बिहार, भवानी काॅलौनी, फारेस्ट कालौनी के तकरीबन 6 दर्जन से अधिक लोग सुबह 11 बजे दमुआढूंगा स्थित बन चौकी के पास एकत्र हुए।
घिरे हैं हम सवाल से हमें जवाब चाहिए, जवाब दर सवाल है कि इन्कलाब चाहिए जैसे जनगीत गाते हुए लोग पूरे जोश के साथ मूसलाधार बारिश के बावज़ूद छाता ओडकर यहां डटे रहे ।
यहां सेवानिवृत्त खण्ड विकास अधिकारी हरीश चन्द्र आर्या की अध्यक्षता में हुई खुली सभा मे वक्ताओं ने कहा कि नहर कवरिंग के बाद पिछले साल से बरसाती पानी काॅलौनियों में घुस रहा है जबकि पहले यह पानी नहर मे जाता था । वक्ताओं ने आरोप लगाया कि नहर कवरिंग और सड़क निर्माण के कार्य से पूर्व यहां से बरसाती पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम नहीं किये जाने के कारण ही एक साल से यह भयावह स्थिति बनी हुई है जिसके लिए जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए तत्काल पानी की निकासी अन्यत्र की जाय ।
वक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती वर्षो में यहां बरसाती पानी की निकासी को लेकर कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन इस इलाके में अतिक्रमण की वजह से यह भयावह स्थिति उत्पन्न हुई है ।
सभा को सम्बोधित करते हुए देवकीबिहार विकास समिति के महासचिव रमेश चन्द्र पाण्डे ने कहा जिस पीडा को लेकर दर्जनों काॅलौनियो के लोगों ने पहली बार एकजुट होकर आवाज उठायी है उस आवाज को नजरअन्दाज किया गया तो इसके गम्भीर नतीजे होंगे । उन्होंने कहा कि स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए सबकी एक स्वर से पुजोर मांग है कि तत्काल इस पानी को काॅलौनियों की ओर जाने से रोका जाय ।
कैसे रोका जाय के सवाल पर हमसे पूछने के बजाय प्रशासन को उनसे पूछना चाहिए जिन्होंने नहर कवरिंग का प्लान बनाते समय यहां से पानी की निकासी के गम्भीर सवाल को नजरअन्दाज किया ।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन एक साल से इस ओर पीठ फेरे रहा जिसके चलते इस बार पहली ही बारिश मे यहां जलभराव से लोग दहशत में हैं लेकिन इसके बावजूद किसी भी आला अधिकारी ने अब तक मौके पर आकर स्थिति की भयावहता की सुध लेने की जरुरत नहीं समझी ।
रुप वैशाली के पुराने वाशिन्दे किशोरी लाल ने यहां सालों पूर्व पानी की निकासी की व्यवस्था के बारे मे विस्तार से बताते हुए कहा कि अतिक्रमण और नहर कवरिंग की वजह से मौजूदा हालात से खेती की जमीन के साथ ही आवासीय भवनो को नुकसान हो रहा है।
सभा को एडवोकेट गंगा प्रसाद, अनुज सिराडी, श्रीमती दीपा भौर्याल, छाया भण्डारी, अंजु रौतेला, रेखा बोरा, रेखा बिष्ट, राधा आर्या, गीता सिराडी , बहादुर सिंह हरडिया, रविन्द्र कुमार, बालम सिंह बिष्ट, डी.सी. पाठक, डी.एस.बिष्ट, योगेश लोहनी, हरिहर जोशी, गजेन्द्र सिंह साह आदि ने सम्बोधित किया ।
सभा का संचालन जीवन्ती बिहार निवासी विजय कुमार ने किया।
इस अवसर पर प्रभा जोशी , प्रेमा पन्त, ममता जनौटी, ललित प्रसाद, लक्ष्मण राम , पी.एस रावत, हरिहर जोशी, रुद्र सिंह, गणेश दत्त जोशी, बिपिन बिहारी, नरेन्द्र कुमार, लक्ष्मण परगांई, रघुवीर सिंह सिराडी, ललिता तिवारी, रोहन सिंह सिराडी, विक्की मेहरा, दीपा तिवारी , अशोक कुमार, जीत सिह अरतोली आदि थे।