हल्द्वानी। आज रिंग रोड परियोजना को किसानों के खेतों मकानों दुकानों से रद्द करने की मांग को लेकर किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति का धरना प्रदर्शन छठे दिन भी जारी रहा। आज सुबह से ही आंदोलन में बैठे हुए युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जन्म दिवस पर अपने रक्त से शुभकामना संदेश भेजने का कार्यक्रम तय किया गया।
इसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए प्रशासन ने आंदोलनकारियों से नीली स्याही से पत्र लिखने का अनुरोध किया। इस पर आंदोलनकारीयों ने कहा कि वह राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लेने धरना स्थल भेजें। साथ ही निर्माण खंड हल्द्वानी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को नक्शा और रिंग रोड संबंधित फाइल लेकर धरना स्थल में भेजें, प्रशासनिक अधिकारियों और आंदोलनकारियों के बीच इस बात को लेकर सहमति हुई।
राजस्व विभाग से उपनिरीक्ष देवरानी और निर्माण खंड से सहायक अभियंता धरना स्थल पहुंचे। जिस पर किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति के संस्थापक अध्यक्ष कार्तिक उपाध्याय ने स्पष्ट अधिकारियों से सवाल पूछे जिनका जवाब अधिकारियों द्वारा माइक में दिया गया। आंदोलनकारियों ने कहा यह स्पष्ट करें की रिंग रोड के कितने सर्वे हुए हैं क्योंकि किसानों की जानकारी में गांव में यह है कि इसको लेकर तीन सर्वे किए गए हैं। जंगल किनारे मोटा हल्दु गन्ना सेंटर एवं पंचायत घर वाला।
परंतु निर्माण खंड के सहायक अभियंता ने यह स्पष्ट किया कि इस रिंग रोड का सिर्फ एक सर्वे हुआ है जो मोटा हल्दु गन्ना सेंटर वाला है इसके बाद आंदोलनकरियों ने अभियंता को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि असंवेदनशील अधिकारी किसानों को और गांव को उजाड़ने का प्रयास रिंग रोड परियोजना के भीतर कर रहे है। जिसे किसी भी तरीके से होने नहीं दिया जाएगा। साथ ही पीडब्ल्यूडी विभाग से आए अधिकारी को यह स्पष्ट किया गया कि उनके विभाग का कोई भी कर्मचारी किसानों के खेतों मकान के सीमांकन के लिए नहीं पहुंचे और जो भी सीमांकन के पिलर खेत और घरों में विभाग द्वारा लगा दिए गए हैं अगले 48 घंटे के भीतर विभाग उन्हें उखड़वाए। यदि विभाग ऐसा नहीं करता है तो किसान और किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति के साथ मिलकर उन्हें खुद उखाड़ेंगे।
अधिशासी अभियंता ने किसानों को आंदोलन के बीच यह कहा है कि अब सीमांकन रोक दिया जाएगा समिति ने स्पष्ट कहा है यदि सीमांकन होता है तो वह पीडब्ल्यूडी के बाहर धरने प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ललित मोहन नेगी ने अधिकारियों को स्पष्ट यह कहा है कि वह इस सीमांकन को तत्काल रोक लगाएं यदि ऐसा नहीं करते हैं तो विभाग के अधिकारी यह स्पष्ट समझ लें कि गांव के सारे पंचायत प्रतिनिधि इन किसानों के धरने को समर्थन दे चुके हैं और हमेशा इनके साथ रहेंगे। जरूरत पड़ी तो इनके उग्र आंदोलन की दिशा में ग्राम प्रधान भी इनके साथ खड़े होंगे।
किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति द्वारा यह बताया गया कि कल से लामाचौड़ में भी किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया है। इसको लेकर आज देर रात तक रणनीति तय कर ली जाएगी। किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति ने स्पष्ट किया है उनकी एक सूत्रीय मांग को पूरा होने तक वह धरना स्थल पर डटे रहेंगे।
इसके बाद आंदोलनकरियों द्वारा खून से लिखे हुए पत्र को रोककर नीली स्याही से लिखा हुआ बधाई संदेश राजस्व विभाग के अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री तक भिजवाया गया। बधाई संदेश में उन्होंने मुख्यमंत्री के दीर्घायु की प्रार्थना करते हुए यह कहा है कि यह बधाई संदेश वह धरना स्थल से दे रहे हैं,क्योंकि उनकी सरकार ने 2017 से उनकी जमीन पर एक रिंग रोड परियोजना का ग्रहण लगाया हुआ है जिस कारण वह स्वरोजगार नहीं कर पा रहे हैं और धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। यदि उनकी जमीन से यह रिंग रोड परियोजना का ग्रहण जल्द हटा दिया जाता है तो आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री को यह भी लिखा है कि उनके अगले जन्मदिन पर वह अपने पूर्वजों की संपत्ति पर उनकी ही स्वरोजगार योजना से कुछ ऐसा करेंगे की अगली बार बधाई संदेश पत्र के रूप में लिखकर नहीं बल्कि उपहार मुख्यमंत्री के लिए भेजेंगे।
इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जगदीश कुलयाल, समिति उपाध्यक्ष ललित मोहन जोशी, नवीन दुर्गापाल, सचिव लक्ष्मण सिंह बोरा, संयोजक आनंद सिंह दरमवाल, प्रवक्ता विशाल भोजक पवन जोशी, कमल दुर्गापाल, ममता उपाध्याय, पुष्प देवी, रेखा, उमा बोरा, कमल बोरा, शांति कापड़ी, भूपाल कापड़ी,नवीन चंद्र, हर्षित उपाध्याय,कमल कांत, त्रिभुवन चंद्र,मदन मोहन, दक्ष बिष्ट सहित सैकड़ों की संख्या में किसान और महिलाएं मौजूद रहे।