नैनीताल। हल्द्वानी बार एसोसियेशन ने उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय नैनीताल में नव नियुक्त न्यायमूर्ति माननीय आलोक महरा के स्वागत में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का संचालन बार एसोसियेशन के सचिव मोहन सिंह बिष्ट ने किया जबकि अध्यक्षता बार एसोसियेशन के अध्यक्ष किशोर कुमार पन्त ने की। समारोह में नैनीताल के जिला जज सुबीर कुमार और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य डी.के. शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही।

समारोह की शुरुआत स्वागत गीत और फूलों की मालाओं के साथ हुई, जिसमें बार एसोसियेशन के सभी पदाधिकारियों और सम्मानित अधिवक्ताओं ने माननीय न्यायमूर्ति आलोक महरा का स्वागत किया। बार एसोसियेशन के उपाध्यक्ष सुनील कुमार पुण्डीर ने न्यायमूर्ति महरा के जीवन परिचय से सभी को अवगत कराया और उनके कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया।

बताते चलें कि माननीय न्यायमूर्ति महरा ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा नैनीताल में प्राप्त की और उच्च शिक्षा कुमायूं विश्वविद्यालय के एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी से प्राप्त की। उन्होंने कानून की डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय से हासिल की और 1999 में अपने पिता गोपाल सिंह महरा के सान्निध्य में हल्द्वानी से न्यायिक कार्य की शुरुआत की। उल्लेखनीय है कि श्री महरा के पिता एक प्रसिद्ध राजस्व और दीवानी मामलों के अधिवक्ता रहे हैं।
माननीय न्यायमूर्ति आलोक महरा के न्यायमूर्ति पद पर आसीन होने से हल्द्वानी बार एसोसियेशन को गौरव मिला है, और इसके साथ ही हल्द्वानी का हर अधिवक्ता गर्व महसूस कर रहा है।

सम्मान समारोह में बार एसोसियेशन के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों के अलावा कई प्रतिष्ठित अधिवक्ता मौजूद रहे। इस अवसर पर बार काउंसिल के सदस्य डी.के. शर्मा द्वारा पुस्तकालय के लिए एक लाख एक हजार रुपये का योगदान देने की घोषणा की गई, जो कि बार एसोसियेशन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस तरह का समारोह न्यायपालिका में उत्कृष्टता को दर्शाता है और हल्द्वानी को न्यायिक क्षेत्र में और अधिक पहचान दिलाने में सहायक होगा।
