हल्द्वानी – दमुवाढूँगा-जवाहर ज्योति क्षेत्र से आए एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया से भेंट कर उनका सम्मान एवं आभार प्रकट किया। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व प्रधान महेशानंद, जगदीश भारती, फकीर राम, तेज राम सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल रहे। ग्रामीणों ने बल्यूटिया का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने दमुवाढूँगा की जनता की हक की लड़ाई में सदैव दृढ़ता से साथ दिया है।
जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन द्वारा पूर्व में किए गए चिन्हीकरण के दौरान हुए मनमाने रवैये और अनाधिकृत भूमि पर बोर्ड लगाने जैसी घटनाओं पर अपनी गहरी चिंता जाहिर की। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि पुनः सर्वेक्षण की प्रक्रिया के नाम पर कहीं प्रशासनिक दमन न दोहराया जाए।
दीपक बल्यूटिया ने ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए स्पष्ट किया कि दमुवाढूँगा में सर्वेक्षण एवं अभिलेखीय प्रक्रिया उत्तर प्रदेश भू-राजस्व अधिनियम-1901 की धारा 48 के अंतर्गत निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से होनी चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि इस प्रक्रिया को बिना किसी देरी और भेदभाव के संपन्न किया जाए, ताकि वर्षों से अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे ग्रामीणों को न्याय मिल सके।
बल्यूटिया ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार प्रकट किया, जिन्होंने इस अति महत्वपूर्ण प्रक्रिया से रोक हटाकर जनता की पीड़ा को समझने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में भाजपा सरकार द्वारा सर्वेक्षण पर लगाई गई रोक एक गंभीर भूल थी, जिसे वर्तमान सरकार द्वारा सुधारा गया है।
उन्होंने जिलाधिकारी का भी धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रशासन यदि संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ कार्य करे, तो दमुवाढूँगा के हजारों निवासियों का विश्वास सरकार पर और अधिक सुदृढ़ होगा।
बल्यूटिया ने आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी ग्रामीणों के हर हक और अधिकार की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार अपने वादों पर कायम रहते हुए दमुवाढूँगा के निवासियों को उनका पूर्ण अधिकार देगी।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल
महेशानंद आर्य, जगदीश भारती, महेंद्र कुमार, गणेश राम आगरी, विजय लाल, किशन राम, भुवन चन्द्र आर्य, हरीश चन्द्र, प्रकाश चन्द्र, सुरेश चन्द्र ग्वासीकोटी, आर. पी. गंगोला, हेमा देवी, विमला देवी, चम्पा देवी, प्रेमावती, कमलेश, सरिता, बीना देवी, फकीर राम, जीत राम, तेजराम आर्या, सुन्दर लाल आर्या, नन्दन प्रसाद ग्वासकोटी, सुरेश चन्द्र, जगदीश, दीपक चन्द्र, जगदीश प्रसाद (घनश्याम), जैत राम, गोपाल कृष्ण टम्टा, सुरेश चन्द्र, रमेश राम, मथुरा राम, गोविन्द राम सहित अनेक ग्रामवासी उपस्थित रहे।