उत्तराखंड : लैंड फ्रॉड मामले में भाजपा पार्षद गिरफ्तार,पार्टी ने निष्कासित किया..

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड : भू-माफिया से नेटवर्क और धोखाधड़ी मामले में एसटीएफ के हत्थे चढ़े पार्षद मनीष को भाजपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मामला हरिद्वार जनपद का है । जहां भाजपा ने रुड़की नगर निगम के वार्ड संख्या 38 से भाजपा पार्षद मनीष बालर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ये बड़ी कार्यवाही पार्षद मनीष बालर की भूमि संबंधी धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तारी के बाद की गई है।

बता दें कि उत्तराखंड एसटीएफ ने मनीष बालर को भूमि माफिया नेटवर्क से जुड़े होने और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जमीन हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी के पास इस मामले से संबंधित ठोस दस्तावेज़ी सबूत मौजूद हैं, जिनके आधार पर गिरफ्तारी की गई।

पार्टी ने तुरंत की कार्रवाई

जैसे ही गिरफ्तारी की पुष्टि हुई, हरिद्वार भाजपा के जिला अध्यक्ष ने त्वरित संज्ञान लेते हुए मनीष बालर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। पार्टी के इस कदम ने स्पष्ट संकेत दिया कि भाजपा किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल व्यक्ति के लिए संगठन में कोई स्थान नहीं रखती।

भाजपा जिला अध्यक्ष ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “पार्टी की छवि और नीतियों के अनुसार ऐसे लोगों की मौजूदगी पूरी तरह अस्वीकार्य है। संगठन की गरिमा और जनता का विश्वास सर्वोपरि है।”

विपक्ष का हमला तेज

हालांकि इस कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने भाजपा पर तीखा प्रहार किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा में आपराधिक छवि वाले लोगों को जानबूझकर संरक्षण दिया जाता है और समय-समय पर उनके खिलाफ केवल दिखावटी कार्रवाई होती है। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा को “अपराधियों का आश्रय स्थल” तक कह डाला।

लंबे समय से चल रही थी जांच

एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, मनीष बालर के खिलाफ कई महीनों से शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिनकी गंभीरता से जांच की जा रही थी। प्रारंभिक जांच में ही भूमि सौदों में अनियमितताओं और जाली दस्तावेज़ों के इस्तेमाल की पुष्टि हो गई थी। इसके बाद, गहन जांच में मनीष का संबंध एक सक्रिय भूमि माफिया गिरोह से पाया गया।

बुधवार को एसटीएफ ने मनीष को गिरफ्तार कर लिया, और वर्तमान में वह पुलिस हिरासत में हैं। उनसे पूछताछ जारी है और सूत्रों का मानना है। इस मामले में कई नामी चेहरे भी सामने आ सकते हैं।

Breaking News