हल्द्वानी | भाव राग ताल नाट्य अकादमी, पिथौरागढ़ द्वारा सिंथिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हल्द्वानी में पहाड़ और वहां के निवासियों की समस्याओं पर आधारित नाटक “बाघैंन” का सशक्त मंचन किया गया। नवीन जोशी की कहानी पर आधारित इस नाटक का नाट्य रूपांतरण प्रीति रावत द्वारा किया गया जबकि निर्देशन की जिम्मेदारी कुमार कैलाश ने निभाई।

पलायन जैसी ज्वलंत समस्या को केंद्र में रखकर प्रस्तुत इस संवेदनशील और मर्मस्पर्शी नाटक ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा। कलाकारों की दमदार अभिनय प्रस्तुति—जिसमें सुनील उप्रेती, दीपक मंडल, धीरज कुमार, अभिषेक पटेल, राजेश सामंत, प्रीति रावत, साक्षी तिवारी, सपना समेत अन्य ने भाग लिया—ने नाटक को जीवंत बना दिया।

कार्यक्रम संयोजक व “क्रिएटिव उत्तराखंड म्योर पहाड़” के अध्यक्ष दयाल पांडे ने कहा कि “बाघैंन” का मंचन उत्तराखंड के अन्य शहरों में भी होना चाहिए ताकि प्रवास में रह रहे पहाड़ी लोग अपनी जड़ों से जुड़ाव महसूस कर सकें।

सिंथिया स्कूल के निदेशक डॉ. प्रवेंद्र रौतेला ने नाटक को समाज में जागरूकता लाने वाला बताया। कार्यक्रम में अनेक साहित्य, संस्कृति और शिक्षा जगत से जुड़े गणमान्यजन—जैसे हेम पंत, नरेंद्र बंगारी, डॉ. ललित मोहन उप्रेती, पवन पहाड़ी, आई डी जोशी, डॉ. हयात सिंह रावत आदि—की उपस्थिति रही।

“बाघैंन” पूर्व में दिल्ली, कोलकाता, खटीमा सहित कई शहरों में मंचित हो चुका है और अब हल्द्वानी में इसकी प्रस्तुति ने भी दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।