हल्द्वानी। 22 दिसंबर को अपनी राय व्यक्त करते हुए आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सिराज अहमद और भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष विकास कुमार के नेतृत्व में गृहमंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया गया। प्रदर्शन में सिराज अहमद ने आरोप लगाया कि गृहमंत्री ने उच्च सदन राज्यसभा में 75वें संविधान वर्ष पर चर्चा के दौरान संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के बारे में असंसदीय और अमर्यादित टिप्पणियाँ की हैं।
अहमद ने कहा, “अमित शाह ने आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर का नाम लेकर उनका अपमान किया है। अगर वह भगवान का नाम लेते, तो शायद उन्हें सात जन्म तक स्वर्ग मिल जाता।” उन्होंने आगे कहा कि संविधान के रचयिता बाबा साहेब भले ही भारत के प्रत्येक वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्षरत रहे हों, लेकिन अमित शाह उनके अपमान से यह साबित करते हैं कि उन्हें संविधान का सम्मान नहीं है।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा लिया जाए और उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन में शामिल समुदाय के सदस्यों ने कहा कि शाह की टिप्पणियों ने न केवल बाबा साहेब का अपमान किया है, बल्कि देश की 90% आबादी के भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है।
अनेकों संगठनों ने भी बाबा साहेब के अपमान के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया और नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि अमित शाह की टिप्पणी राष्ट्रद्रोह के समान है और उनसे अविलंब कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि संविधान में आस्था रखने वाले लोगों का विश्वास बहाल किया जा सके।
धरने में सिराज अहमद के अलावा शंकर लाल, जी आर टम्टा, कैलाश पाण्डेय, दीपक चनियाल, आर पी गंगोला, मीमांसा आर्य, सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।