हल्द्वानी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुरूप नैनीताल जिले में महिलाओं की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस दिशा में, अपर निदेशक सेवायोजन ऋचा सिंह के नेतृत्व में महिला अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया है, जिसने जिले के 41 विद्यालयों में जाकर 45 कार्यशालाओं का आयोजन किया।
अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी वंदना ने बताया कि इन कार्यशालाओं में छात्राओं ने साझा किया कि उन्हें विभिन्न स्थानों पर भय महसूस होता है, खासकर अंधेरे में, और हाई स्पीड बाइकरों के चलते। कुल 480 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं जिनमें समस्याएं थीं।
इन स्थानों का भौतिक निरीक्षण करने के बाद, 82 स्थानों को अति संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है। जिलाधिकारी ने पुलिस को इन स्थानों में गस्त बढ़ाने और छापेमारी की कार्यवाही करने के निर्देश दिए ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें।
जिलाधिकारी ने प्रशासन से यह भी अनुरोध किया कि अंधेरे स्थानों की पहचान करते हुए 146 स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगाने की बात की गई, जिसमें 106 सोलर स्ट्रीट लाइटें नगर निगम द्वारा स्थापित की जा चुकी हैं।
इसके अलावा, ऑटो और ई-रिक्शा यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए चालकों का सत्यापन किया जा रहा है और परिवहन विभाग द्वारा उन्हें परिचय पत्र दिया जा रहा है। साथ ही, वेंडिंग जोन के चिह्नांकन पर भी चर्चा हुई, जिसमें 350 वेंडरों का सत्यापन किया गया है। जिलाधिकारी ने अस्थायी वेंडिंग जोन को शीघ्र चिह्नित करने का निर्देश दिया।
बैठक में नगर आयुक्त विशाल मिश्रा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यों की यह समीक्षा महिला सुरक्षा एवं एक भयमुक्त वातावरण के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।